हिंदू, मुस्लिम समूहों ने लोगों से वक्फ विधेयक पर विचार सदन पैनल को भेजने का आग्रह किया
विधेयक पर आपत्तियां दर्ज कराने के लिए 26 दिसंबर तक है समय
हिंदू और मुस्लिम दोनों धार्मिक समूहों ने लोगों से केंद्र सरकार के वक्फ विधेयक, 2022 पर अपनी राय लोकसभा की एक पैनल को भेजने का आग्रह किया है। पैनल 26 दिसंबर तक विधेयक पर आपत्तियां मांग रहा है।
विवादास्पद प्रावधानों को लेकर चिंता
समूहों ने विधेयक के कुछ प्रावधानों पर चिंता व्यक्त की है। उनका तर्क है कि इन प्रावधानों से वक्फ संपत्तियों का सरकारी नियंत्रण बढ़ेगा और उनका दुरुपयोग हो सकता है।
विधेयक का उद्देश्य
वक्फ विधेयक, 2022 का उद्देश्य देश भर में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और विनियमन के लिए एक राष्ट्रीय ढांचा बनाना है। विधेयक में वक्फ बोर्डों की स्थापना, वक्फ संपत्तियों के सर्वेक्षण और पंजीकरण का प्रावधान है।
हिंदू समूहों की चिंताएं
हिंदू समूहों ने आरोप लगाया है कि विधेयक केंद्र सरकार को वक्फ संपत्तियों पर अत्यधिक नियंत्रण देगा। उनका तर्क है कि इससे वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग हो सकता है और धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन हो सकता है।
मुस्लिम समूहों की चिंताएं
मुस्लिम समूहों ने विधेयक के कुछ प्रावधानों पर भी चिंता व्यक्त की है। उनका तर्क है कि कुछ प्रावधान वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में मुस्लिम समुदाय की भूमिका को कमजोर कर देंगे।
निष्कर्ष
वक्फ विधेयक, 2022 एक विवादास्पद विधेयक है जिसने हिंदू और मुस्लिम दोनों धार्मिक समूहों की चिंताएं पैदा की हैं। लोगों से आग्रह किया गया है कि वे विधेयक पर अपनी राय लोकसभा पैनल को 26 दिसंबर तक भेजें।
Comments